माँ काली को उग्र देवी कहा जाता है ! माता की साधनाये भी बहुत उग्र होती है ! लेकिन मैं आपके लिए एक बहुत ही सरल साधना लेकर आया हु ! आप को पूरी तरह से अपने आप को माँ के चरणों में अर्पित कर के, लगन के साथ ये साधना करे ! आपको पूर्णरूप से सफलता मिलेगी !
मन्त्र:-
ॐ क्रीम कालिके, षोडष वर्षीय जवान
हाथ में खड्क खप्पर तीर कमान !!
गले नरमुंडो की माला रहे श्मशान
आओ आओ माँ कालिके, मेरा कहना मान
नहीं आये कलिका तो काल भेरव की दुहाई !
फुरो मन्त्र फिरे खुदाई !!
विधि :-
शुक्लापक्ष के पहले शनिवार से 21 दिनों तक ! रात्रि के 12 बजे से निवस्त्र 11 माला का जाप करे !
अपने सामने धुप जला ले ! फिर गुरु पूजन और गणेश पूजन करके , मंतर जाप आरम्भ कर दे ! हर प्रकार से पवित्रता का ध्यान रखे ! 10 वर्ष से कम उम्र की लड़की को भोजन करा कर, आशीर्वाद अवश्य ले !
मन्त्र:-
ॐ क्रीम कालिके, षोडष वर्षीय जवान
हाथ में खड्क खप्पर तीर कमान !!
गले नरमुंडो की माला रहे श्मशान
आओ आओ माँ कालिके, मेरा कहना मान
नहीं आये कलिका तो काल भेरव की दुहाई !
फुरो मन्त्र फिरे खुदाई !!
विधि :-
शुक्लापक्ष के पहले शनिवार से 21 दिनों तक ! रात्रि के 12 बजे से निवस्त्र 11 माला का जाप करे !
अपने सामने धुप जला ले ! फिर गुरु पूजन और गणेश पूजन करके , मंतर जाप आरम्भ कर दे ! हर प्रकार से पवित्रता का ध्यान रखे ! 10 वर्ष से कम उम्र की लड़की को भोजन करा कर, आशीर्वाद अवश्य ले !