हार्ट फेल के केस आजकल बढ़ रहे हैं क्योंकि धीरे-धीरे हमारी जीवनशैली और भोजन पदार्थों में बदलाव हो रहा है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य हैं:
अस्वस्थ आहार: अधिक तेल, मिठाई, प्रोसेस्ड और तली हुई खाद्य पदार्थों का सेवन करना हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ाता है। इसके अलावा, अधिक नमक, चीनी और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में मौजूद अत्यधिक कैलोरी भी हार्ट स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
बैठकर रहना: आधिकारिक काम और सामाजिक जीवन में बढ़ा हुआ बैठकर रहना हार्ट स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। लंबी समय तक बैठने से हृदय की क्रियाओं में कमी होती है और मोटापा बढ़ सकता है, जो हार्ट रोगों के जोखिम को बढ़ाता है।
तंबाकू और शराब का सेवन: सिगरेट और तंबाकू के प्रयोग और अत्यधिक शराब का सेवन हार्ट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ये आपकी धमनियों को संकुचित करके और रक्तचाप को बढ़ाकर हार्ट रोगों के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
मानसिक तनाव: आजकल की तेजी से बढ़ती जीवनशैली और तनाव भरी जिंदगी में, मानसिक तनाव का दबाव हार्ट स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह हार्ट दौरे और हार्ट रोगों के जोखिम को बढ़ा सकता है।
बढ़ती उम्र: हार्ट रोगों का जोखिम उम्र बढ़ने के साथ-साथ बढ़ जाता है। जैसे कि हम बुढ़ापे के साथ बढ़ते हैं, हमारे शरीर की क्रियाओं में बदलाव होते हैं और हृदय की स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
इन सभी कारणों के कारण और अन्य भी कारणों के संयोजन से हार्ट फेल के केस बढ़ रहे हैं। हालांकि, यह ज्यादातर निदानपरक हैं और स्वस्थ जीवनशैली, नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और तंबाकू और शराब के सेवन से इसकी प्राकृतिक रोकथाम की जा सकती है। यदि आपको हार्ट सम्बंधित समस्याएं हैं, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
हार्ट फेल के लक्षण व्यक्ति के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं और उनका गंभीरता भी विभिन्न हो सकती है। नीचे कुछ सामान्य लक्षण दिए गए हैं, जिन्हें हार्ट फेल के मामलों में देखा जा सकता है:
श्वासनली में संकुचन: श्वासनली में संकुचन या सांस लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है। यह धीमी श्वास लेने, सांसों की तेजी में कमी और सांस भरने में मुश्किल पैदा कर सकता है।
थकान और कमजोरी: अचानक थकान और आवाजाहीनता की अनुभूति हो सकती है, जिसके कारण दिनभर की गतिविधियों में परेशानी हो सकती है।
बहुत जल्दी धड़कन और अनियमित धड़कन: हृदय की धड़कन में तेजी और अनियमितता का अनुभव हो सकता है।
गले में घर्षण और उल्टी की भावना: हार्ट फेल के मामलों में गले में घर्षण और उल्टी की भावना भी हो सकती है।
वजन में बढ़ोतरी: अचानक वजन में बढ़ोतरी का अनुभव हो सकता है, जो अत्यधिक तरलता के कारण हो सकता है।
ठंडी पसीना: अचानक ठंडी पसीना आने की अनुभूति हो सकती है, जो शारीरिक गतिविधि में बदलाव के कारण हो सकती है।
यदि आपको इन लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो आपको तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। हार्ट फेल के लक्षण गंभीर हो सकते हैं और उचित उपचार के लिए जल्दी से निदान और उपचार कराना आवश्यक हो सकता है।