शाबर साधना
1.
शाबर मंत्र साधना किसी स्वच्छ और एकांत स्थान पर ही कि जानी चाहिए !
2.
मंत्रो पर पूर्ण श्रद्दा व विश्वास
होना चाहिए ! अधुरा विश्वास मंत्र सिद्धि में अवरोध पैदा करता है !
3.
मन्त्र सिद्धि किसी भी जाती, वर्ण का व्यक्ति कर सकता है !
4.
जब किसी मन्त्र के साथ, दिशा का निर्देश न हो ! तो मंत्र का जाप पूर्व या उतर
कि तरफ मुख करके करना चाहिए !
5.
खुशबू वाली धूप का प्रयोग करना चाहिए
! अगर मुस्लिम मंत्र है तो लोबान का प्रयोग करे !
6.
साधना काल में, कम से कम कपडे पहने ! कपडे साफ हो !
7.
यदि साधना काल में, वहा बारिश, या जगली जानवर आ जाये तो साधना बीच में छोड़ने
से कोई नुकसान नहीं होता !
8.
शाररिक व मानसिक शुद्धता का विशेष ध्यान रखे !
9.
जहा माला का निर्देश न हो ! वहा रुद्राक्ष कि माला प्रयोग कि जा सकती है !
10. साधना काल में, आप अपने सभी कार्य कर सकते हो ,
जैसे नोकरी, व्यापार, घर का काम इत्याति !
11. कोई भी साधना गुरु आज्ञा से ही करे !
12. शुभ समय का ध्यान रखे !
13. मंत्र साधना के समय, रक्षा मंत्र का अवश्य जाप
कर लेना चाहिए !
14. अपनी इन्द्रियों को वश में रखे !
15. साधना अपने घर पर कि जा सकती है ! मगर स्थान
साफ सुथरा हो ! घर के मंदिर का भी प्रयोग किया जा सकता है !
16. धेर्य व अपने इष्ट पर विश्वास रखे ! सफलता
अवश्य मिलेगी !
17. मंत्र काल में घी या कडवे तेल का दिया जलता रहे
!
18. कोई भी, विचित्र आवाज या परछाई दिखने पर घबराएं
नहीं !
19. अपनी वाणी पर नियत्रण रखे, और किसी का भी दिल न
दुखाये !
20. छोटे-बड़ो का समान करे ! पर स्त्री को माँ, बहन
समझे !
21. साधना से पूर्व गुरु व गणेश जी का पूजन अवश्य
करे !
22. बिना आसन के कभी भी जाप न करे ! ऊन व कम्बल का
श्वेत या रगीन आसन ले !
23. मंत्र जाप के समय, आसन बीच में न छोड़े ! इसका
परिणाम बुरा हो सकता है !
24. साधना समाप्ति पर हवन अवश्य करे ! सभी को दान
दक्षिणा दे कर, आशीर्वाद ले !
25. अपने मंत्र व ईष्ट को गुप्त रखे !
26. सिर्फ मानव कल्याण हेतु ही, अपने मंत्रो का प्रयोग
करे ! कभी किसी का अनिष्ट करने के उदेश्य से मंत्रो को प्रयोग न करे !
27. मन्त्र जैसा कहा गया है ! वैसा ही कहे, किसी
प्रकार का सुधार करने कि आवश्यकता नहीं !
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