हनुमान
रक्षा शाबर मन्त्र
ॐ नम: वज्र का कोठा !
जिसमे पिंड हमारा पेठा !!
ईश्वर कुंजी ! ब्रम्हा का
ताला !!
विधि- किसी
ग्रहण काल में, इस मन्त्र को ११०० बार जप कर ! सिद्ध कर ले ! आवश्यकता के समय, मन्त्र को सात बार पढ़ कर !
ताली बजावे ! इससे पूर्ण सुरक्षा होती है !
नोट- अहंकार
इंसान को, सब कि नजरो में गिरा देता है ! इसलिए कभी भी, अहंकारी मत बनना !
जय गुरु
देव ! जय महाकाली ! जय हनुमान जी !
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